शुभम की पत्नी की आपबीती सुन भावुक हुए राहुल गांधी
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के हाथीपुर निवासी शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशाना ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और हमले की पूरी घटना की जानकारी दी।

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के हाथीपुर निवासी शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशाना ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और हमले की पूरी घटना की जानकारी दी।
ऐशाना ने बताया कि आतंकवादियों ने सबसे पहले उनके पति शुभम को गोली मारी। उस समय घटनास्थल पर करीब 300 से 400 लोग मौजूद थे। आतंकवादी चुन-चुन कर सिर्फ युवा जोड़ों (कपल्स) को निशाना बना रहे थे। ऐशाना ने कहा कि आतंकवादी पहले लोगों से कई सवाल पूछते थे और फिर बेरहमी से गोली मार देते थे। जिस तरह से वे एक के बाद एक लोगों को मार रहे थे, ऐसा लग रहा था जैसे वे सभी को मार डालेंगे।
राहुल गांधी ने परिजनों से एक-एक कर बातचीत की और उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना। जब ऐशाना बात करते हुए रोने लगीं, तो राहुल ने उन्हें सांत्वना दी और खुद भी भावुक हो गए। राहुल गांधी बुधवार दोपहर करीब 3:45 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट से सीधे शुभम के घर हाथीपुर पहुंचे। वह वहां लगभग 20 मिनट तक रहे। उनके आगमन पर किसी भी प्रकार की स्वागत, नारेबाजी या भीड़ इकट्ठा करने पर रोक लगा दी गई थी। प्रदेश अधिकारी अजय राय ने पहले ही प्रशासन को इस संबंध में निर्देश दे दिए थे।
शुभम के पिता संजय द्विवेदी और पत्नी ऐशाना ने राहुल गांधी से मांग की कि शुभम को शहीद का दर्जा दिया जाए। ऐशाना ने कहा, “मेरा पति गुमनामी की मौत नहीं मर सकता, उसे शहीद का दर्जा मिलना चाहिए।” इस पर राहुल गांधी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि वह प्रधानमंत्री से पत्र लिखकर यह मांग उठाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री से लोकसभा का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया है।
शुभम के पिता ने राहुल गांधी से कहा, “आपने अपनी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी को आतंकवाद में खोया है। इसलिए मेरे दुख को समझें और मेरे बेटे को शहीद का दर्जा दिलवाइए। आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए सभी को एकजुट होना होगा।” इस दौरान राहुल गांधी ने फोन पर शुभम के परिजनों से बात कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी कराई। प्रियंका ने भी परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।