बिना DRS और Hawk-Eye के हो रहे PSL मैच: भारत-पाक तनाव के चलते तकनीकी टीम नहीं लौटी, PCB की मुश्किलें बढ़ीं

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भारत-पाक तनाव का असर अब सीधे PSL जैसे बड़े टूर्नामेंट पर दिख रहा है। तकनीकी रूप से पिछड़ते हुए मुकाबले, विश्वसनीयता की कमी और आयोजन की बाधाएं PCB के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) इस संकट का कोई स्थायी समाधान निकाल पाता है या नहीं।

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लाहौर। पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है, लेकिन लीग में अब तक के सभी मैच DRS (Decision Review System) और Hawk-Eye तकनीक के बिना खेले गए हैं। इसकी वजह कुछ और नहीं बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ा सैन्य तनाव है, जिससे भारत से आने वाली तकनीकी टीमें पाकिस्तान नहीं लौटी हैं।

🔍 तकनीकी टीम के नहीं लौटने से बड़ा झटका

सूत्रों के अनुसार, DRS और Hawk-Eye तकनीक का संचालन करने वाली टीम भारत से थी। हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया और भारतीय तकनीशियन टीम ने PSL में लौटने से इनकार कर दिया

एक फ्रेंचाइज़ी के अधिकारी ने बताया:
“DRS और Hawk-Eye तकनीकी टीम पाकिस्तान नहीं लौटी है, जिसके चलते मैच बिना तकनीकी सहायता के हो रहे हैं। इससे दर्शकों का भरोसा और लीग की गुणवत्ता दोनों प्रभावित हो रहे हैं।”


📆 PSL को करना पड़ा था स्थगित

भारत-पाक तनाव के कारण ही PSL को 7 मई को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। PCB ने लीग को UAE में आयोजित करने का प्रयास किया, लेकिन अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने अनुमति देने से इनकार कर दिया। अंततः लीग को 17 मई से दोबारा शुरू किया गया और अब तक छह मैच खेले जा चुके हैं — बिना DRS और Hawk-Eye तकनीक के।


🏆 PSL 2025: फाइनल मुकाबला 25 मई को

बचे हुए 8 मैचों में से अब केवल दो मैच ही शेष हैं:

  • क्वालिफायर-2: इस्लामाबाद यूनाइटेड vs लाहौर कलंदर्स – 23 मई
  • फाइनल: क्वेटा ग्लैडिएटर्स vs क्वालिफायर-2 विजेता – 25 मई

अब तक:

  • क्वालिफायर-1 में क्वेटा ग्लैडिएटर्स ने इस्लामाबाद यूनाइटेड को हराकर फाइनल में जगह बनाई।
  • एलिमिनेटर में लाहौर कलंदर्स ने कराची किंग्स को हराकर बाहर किया।

⚠️ PSL की साख पर सवाल

DRS और Hawk-Eye जैसी आधुनिक तकनीकों के अभाव में PSL की विश्वसनीयता और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों का भरोसा कमजोर पड़ा है। रिव्यू विवाद और अंपायरिंग पर सवाल उठने लगे हैं, जिससे लीग की छवि को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।


✍️ निष्कर्ष:

भारत-पाक तनाव का असर अब सीधे PSL जैसे बड़े टूर्नामेंट पर दिख रहा है। तकनीकी रूप से पिछड़ते हुए मुकाबले, विश्वसनीयता की कमी और आयोजन की बाधाएं PCB के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) इस संकट का कोई स्थायी समाधान निकाल पाता है या नहीं।

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