भारत-पाक तनाव के बीच ईरान की कूटनीतिक पहल, अरागची अगले हफ्ते भारत आ सकते हैं, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब हो रहा है। पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में ही पनपती हैं। अमेरिका भी अब भारत का खुलकर समर्थन कर चुका है। इसी कड़ी में अब महत्वपूर्ण देश ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची अगले सप्ताह भारत दौरे पर आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, वह 8 मई को नई दिल्ली पहुंच सकते हैं और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर पहलगाम हमले को लेकर विस्तृत चर्चा करेंगे। हालांकि इस यात्रा की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है।
अरागची की यह संभावित यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हमले को लेकर तनाव चरम पर है। हाल ही में ईरानी मंत्री ने ट्विटर पर भारत और पाकिस्तान को “भाईचारे वाले पड़ोसी” बताया था और दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि ईरान अपने अच्छे रिश्तों का उपयोग कर भारत-पाकिस्तान के बीच समझदारी बढ़ाने को तैयार है। अरागची ने इस मुद्दे पर पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार से भी बातचीत की है।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत दौरे के दौरान अरागची केवल पहलगाम हमले पर ही नहीं, बल्कि द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि भारत और ईरान आतंकवाद के खिलाफ एक साझा रणनीति पर विचार कर सकते हैं। इस दौरे का राजनीतिक महत्व तो है ही, साथ ही इसकी समय-सीमा भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ईरान और अमेरिका के बीच चौथे दौर की वार्ता शनिवार को रोम में प्रस्तावित है, जबकि उससे एक दिन पहले ईरान फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन (E3 देशों) के साथ भी बातचीत करेगा। ऐसे में अरागची का भारत दौरा इस क्षेत्र में ईरान की कूटनीतिक सक्रियता को दर्शाता है, विशेषकर तब जब ईरान-अमेरिका संबंध बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस दौरे से क्या परिणाम निकलकर सामने आते हैं।
