इनेलो ने पानी विवाद पर आंदोलन की चेतावनी वापस ली, पंजाब ने छोड़ा रोस्टर के अनुसार पानी
इनेलो ने पंजाब द्वारा भाखड़ा डैम से तय मात्रा में पानी न दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। लेकिन पंजाब सरकार द्वारा 9 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद इनेलो ने रास्ते रोकने का फैसला फिलहाल टाल दिया है।

पानी विवाद पर इनेलो का आंदोलन टला, पंजाब ने रोस्टर के अनुसार छोड़ा पानी
चंडीगढ़। इनेलो ने पंजाब द्वारा रोस्टर के मुताबिक 9,000 क्यूसेक पानी न देने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। पार्टी ने 25 मई को सांकेतिक धरने और 1 जून से पंजाब के खिलाफ स्थायी रास्ता रोको आंदोलन की घोषणा की थी। हालांकि, अब पंजाब की ओर से रोस्टर के अनुसार पानी छोड़े जाने के बाद फिलहाल यह निर्णय वापस ले लिया गया है।
बुधवार सुबह इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व में एक 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और पंजाब द्वारा भाखड़ा डैम से पानी न दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की।
बाद में जाट भवन में इनेलो की राष्ट्रीय और राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। प्रेसवार्ता में अभय चौटाला ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को “डमी मुख्यमंत्री” करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली से अरविंद केजरीवाल भगवंत मान को और मनोहरलाल खट्टर नायब सैनी को चला रहे हैं।
देर शाम अभय चौटाला ने बताया कि उनकी केवल यही मांग थी कि अगर 9,000 क्यूसेक से कम पानी मिला, तो आंदोलन किया जाएगा, लेकिन अब पंजाब ने समझदारी दिखाते हुए तय मात्रा में पानी छोड़ दिया है। ऐसे में जनता को बेवजह परेशान करना उचित नहीं है।