7 मई 2025 को आयोजित नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल: एक विस्तृत रिपोर्ट
देशभर में मॉकड्रिल की तैयारी चल रही है। पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के चलते सरकार ने 7 मई को कई राज्यों में मॉक ड्रिल करवाने के निर्देश दिए हैं।

🕒 मॉक ड्रिल का समय और उद्देश्य
7 मई 2025 को, भारत सरकार ने गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार पूरे देश में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की। यह अभ्यास पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर नागरिकों की सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया की तत्परता को सुनिश्चित करने के लिए किया गया। मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना और उनकी तत्परता का मूल्यांकन करना था।
📍 हरियाणा में मॉक ड्रिल के आयोजन स्थल
हरियाणा सरकार ने राज्य के 11 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करने की घोषणा की। इन जिलों में नागरिक सुरक्षा, आपातकालीन प्रतिक्रिया, और युद्ध जैसी परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न अभ्यास किए गए। हरियाणा के 11 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई:
- गुरुग्राम (Gurugram)
- फरीदाबाद (Faridabad)
- पंचकुला (Panchkula)
- अंबाला (Ambala)
- पानीपत (Panipat)
- सोनीपत (Sonipat)
- रोहतक (Rohtak)
- हिसार (Hisar)
- सिरसा (Sirsa)
- भिवानी (Bhiwani)
- कैथल (Kaithal)
इन जिलों में नागरिक सुरक्षा, आपातकालीन प्रतिक्रिया, और युद्ध जैसी परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न अभ्यास किए गए।
🔔 मॉक ड्रिल के दौरान की गई प्रमुख गतिविधियाँ
- सायरन की आवाज़: आपातकालीन स्थिति का संकेत देने के लिए सायरन बजाए गए।
- ब्लैकआउट अभ्यास: बिजली की आपूर्ति को अस्थायी रूप से बंद किया गया ताकि अंधेरे में सुरक्षा उपायों की तैयारी की जा सके।
- नागरिकों का मार्गदर्शन: नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में क्या करना चाहिए, इसके बारे में जानकारी दी गई।
- प्रशिक्षण सत्र: नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा, और आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए।
📢 नागरिकों से अपील
- मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं; यह एक अभ्यास है।
- सायरन की आवाज़ सुनते ही सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें और सहयोग करें।